तेलंगाना मे RS Praveen Kumar जी की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण ये भी है कि वो लगभग 10 साल तक TSWERIS (Telangana Social Welfare Residential Educational Institutions Society) और TTWEREIS (Telangana Tribal Welfare Residential Educational Institutions Society) के सेक्रेटरी भी रहे हैं.
अपने इन 10 साल के समय में उन्होने तेलंगाना और आन्ध्र प्रदेश के लाखों गरीब, दलित व आदिवासी समाज के लड़के और लड़कियों को अपना कैरियर बनाने के जबरदस्त मौके दिलवाने का काम किया है. आज इन स्कूलों के लाखो स्टुडेंट्स तेलगाना, आन्ध्र, अन्य राज्यों और विदेशों में भी अपनी योग्यता का परचम लहरवा रहे हैं.
इन स्कुलों के कितने ही बच्चे MBBS और IITian बन रहे हैं, ये बात काबिले तारीफ हैं. एक पुलिस का IPS अधिकारी चाहता तो इन स्कुली संस्थाओं में सेक्रेटरी बनने की बजाय IPS वाली रौबदार सीटों पर नौकरी करता लेकिन इन्होने बाबासाहेब द्वारा दिया मूलमंत्र शिक्षित बने और शिक्षित बनाइयें यानि शिक्षित करो (Educate) के रास्ते पर चलने का निर्णय लिया.
प्रवीण कुमार साहेब ने SWAEROES नाम की एक पे बैक मूवमेंट भी शुरु कर रखी हैं जिसका अर्थ है Social Welfare Aeroes यानि स्काई इज दा लिमिट एंड देअर इज नो रिवर्स गियर.
आज वो अगर बहनजी और बसपा में आस्था दिखाकर बसपा को तेलंगाना में जमाने का काम कर रहे हैं तो इसके पीछे एक ही कारण है कि वो इस बात को समझते हैं कि अम्बेडकरवादी विचारधारा पर बसपा के अलावा कोई आगे नही बढ़ रहा है. अगर ये सिर्फ विधायक बनने की सोचते तो कांग्रेस, भाजपा, बीआरएस कहीं से भी टिकट मिल जाता. क्योंकि, वो अपने कामों के कारण लोकप्रिय व्यक्तित्व के मालिक रहे हैं. कुछ बेवकूफ़ लोग मूछों में क्रांति ढूँढ़ रहे हैं, उनको बता दूँ कि आर एस प्रवीण कुमार साहेब ना मूँछ दाड़ी रखते हैं और ज्यादा बाल उड़ने के बाद सिर भी पूरी तरह से सफाचट रखते हैं. तेलंगाना में अबकी बार अम्बेडकरवाद की वो लहर चल रही है, जो हर गाँव हर शहर तक अपनी चमक बिखेर रही हैं.
(लेखक: एन दिलबाग सिंह; ये लेखक के अपने विचार हैं)