28.1 C
New Delhi
Wednesday, October 22, 2025

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: बदलाव हथियार से नही वोट से आएगा

बाबासाहेब डॉ अम्बेड़कर भी एक विचार है, एक टिकाऊ और तर्कसंगत विचार, मूर्तियों को तोड़ने से विचार नही मरा करते.

आज गाँधी वर्सेज गोडसे फिल्म यू -टयूब पर देखने लगा, फिल्म मे जबरदस्ती गोडसे को गाँधी के समान दिखाने की कोशिश की गई हैं. फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई थी. लेकिन, इस फिल्म का गाँधी और गोडसे के बीच एक संवाद बहुत जबरदस्त लगा. गोडसे कहता है कि, “उसका गाँधी से वैचारिक युद्ध है, इसके जवाब में गांधी गोडसे से कहते हैं कि विचारों के युद्ध में हथियार नही चलते हैं, शरीर तो नश्वर हैं, गोली से आदमी मरता हैं विचार नही.”

मैं गाँधी को उसके दौर का सबसे बड़ा नेता मानता हुँ, उनकी एक आवाज पर लाखों लोग खड़े हो जाते थे. लेकिन, मैं जब गाँधी को बाबासाहेब के साथ 1927-32 के वैचारिक युद्ध में आमने-सामने देखता हूँ, तो मुझे वो कभी भी महात्मा नजर नही आते, मुझे हमेशा वो कट्टर हिन्दू ही नजर आते हैं. जो अछूतो का भला करने वाली सोच के खिलाफ खड़े दिखते हैं. जिसमे वो तथाकथित उच्च हिन्दूओं की दया के भरोसे अछूतों को छोड़ देना चाहते हैं.

1932 में पुणे की यरवदा जेल में अछूतों के लिए पृथक निर्वाचन कानून लागू होने की जिद्द में आमरण अनशन पर बैठा गाँधी एक बैरिस्टर तो दिखता हैं, एक मंझा हुआ जननेता भी दिखता हैं. लेकिन, महात्मा नही दिखता. डॉ अम्बेड़कर को गांधी की जिद्द के सामने झुकना पड़ा था, जिसकी कीमत आज भी दलित आदिवासी समाज चुका रहा है.

गाँधी मुझे आज के लाला केजरीवाल की तरह ही नजर आते हैं जो अपने ऑफिस में डॉ अम्बेड़कर की मूर्ति लगाकर दलितों की वोटों के बलबूते दिल्ली और पंजाब तो जीत सकता हैं लेकिन दिल्ली पंजाब से जिताये गए 10 निर्विरोध राज्यसभा सांसदो में 2-3 दलित सांसद फिर भी नही दे सकता, वो सब सीटें सवर्ण हिन्दूओं के लिए ही रखेंगा. वो दलित आदिवासियों की बैकलॉग वैकेंसी नही भरवा सकता. लेकिन, पंजाब में सरकारी अटार्नी पदों पर संविधान के तहत रिजर्वेशन का प्रोविजन होने के बाद भी रिजर्वेशन नही देना चाहता.

इसलिए कहता हूँ कि बाबासाहेब डॉ अम्बेड़कर भी एक विचार है, एक टिकाऊ और तर्कसंगत विचार, मूर्तियों को तोड़ने से विचार नही मरा करते. ये जो दलित समाज के कुछ हुल्लड़बाज आम दलितों को नक्सली बनने का रास्ता दिखाते हैं, वो डॉ अम्बेड़कर का रास्ता नही हैं, लोकतंत्र में बदला और बदलाव हथियार से नही बल्कि वोटों की ताकत से लाया जाता हैं, विचारधारा की ताकत आपकी वोटों की ताकत से मजबूत बनती है, उसे हुल्लड़बाजी से कमजोर करने की चेष्टा न करें.

(लेखक: एन दिलबाग सिंह; यह लेखक के अपने विचार)

Download Suchak App

खबरें अभी और भी हैं...

डीग में बसपा का संगठन समीक्षा एवं प्रशिक्षण शिविर, राजस्थान में मजबूती का संकल्प

डीग (भरतपुर), 30 सितंबर 2025 — बहुजन समाज पार्टी द्वारा आज विधानसभा स्तरीय संगठन समीक्षा एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नगर (डीग) में किया...

Opinion: समाजिक परिवर्तन के साहेब – मान्यवर कांशीराम

भारतीय समाज सहस्राब्दी से वर्ण व्यवस्था में बंटा है. लिखित इतिहास का कोई पन्ना उठा लें, आपको वर्ण मिल जायेगा. ‌चाहे वह वेद-पुराण हो...

बिहार चुनाव 2025: BSP की तैयारी पूरी समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण फैंसलें

बिहार चुनाव: आगामी कुछ महीनों में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने चुनावी रणनीति को अंतिम रूप...

एससी, एसटी और ओबीसी का उपवर्गीकरण- दस मिथकों का खुलासा

मिथक 1: उपवर्गीकरण केवल तभी लागू हो सकता है जब क्रीमी लेयर लागू हो उपवर्गीकरण और क्रीमी लेयर दो अलग अवधारणाएँ हैं. एक समूह स्तर...

कर्नाटक में दलित आरक्षण का 6:6:5 फॉर्मूला तय; जानिए किसे कितना मिला आरक्षण?

बेंगलुरु: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मंगलवार रात लंबी कैबिनेट बैठक में अनुसूचित जाति (एससी) के लिए 17% आरक्षण को तीन हिस्सों में बांटने...

130वें संविधान संशोधन बिल पर मायावती का तीखा हमला, कहा- “लोकतंत्र होगा कमज़ोर”

नई दिल्ली। संसद में कल भारी हंगामे के बीच केंद्र सरकार ने 130वाँ संविधान संशोधन बिल पेश किया. इस पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा)...

स्वतंत्र बहुजन राजनीति बनाम परतंत्र बहुजन राजनीति: प्रो विवेक कुमार

"स्वतंत्र बहुजन राजनीति" और "परतंत्र बहुजन राजनीति" पर प्रो विवेक कुमार का यह लेख भारत में दलित नेतृत्व की अनकही कहानी को उजागर करता...

मायावती ने अमेरिकी टैरिफ को बताया ‘विश्वासघाती’, संसद में चर्चा की मांग

Mayawati on Trump: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए भारी-भरकम 50 प्रतिशत टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया...

अमेरिका की आर्थिक सख्ती पर मायावती की दो टूक – “देशहित से कोई समझौता नहीं होना चाहिए”

Mayawati Big Statement on Trump Action: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री UP मायावती ने अमेरिका द्वारा भारत पर आयात...

संसद में उठा “सेक्युलरिज़्म” हटाने का मुद्दा, मायावती बोलीं – संविधान से छेड़छाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं!

नई दिल्ली: संसद में कानून मंत्री के बयान से देश की राजनीति में हलचल मच गई है. चर्चा गर्म है कि क्या सरकार संविधान...

संसद का मानसून सत्र 2025 शुरू: मायावती की सरकार-विपक्ष से एकजुटता की अपील

नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती बहनजी ने आज से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र 2025 को...

विश्वनाथ पाल ने दिया सपा को झटका, सैकड़ों मुस्लिम नेता बसपा में शामिल

यूपी: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और श्रावस्ती जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके मुखिया अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है. आज दिनांक...