33.1 C
New Delhi
Monday, September 16, 2024
- Advertisement -Download Suchak App

CATEGORY

साहित्य

किस्सा कांशीराम का #16: एक वोट और एक नोट की कहानी

1988 में इलाहबाद संसदीय सीट का उपचुनाव हुआ. वहां से मान्यवर साहब ने अपना नामांकन भरा. जहाँ एक तरफ कांग्रेस पार्टी मैदान में थी...

फूलन देवी की कहानी कविता की जुबानी: नारी गौरव फूलन बौद्ध को सादर नमन

फूलन देवी के शहादत दिवस पर कवि बुद्ध प्रकाश बौद्ध जी ने अपनी कविता के माध्यम से फूलन देवी को नमन किया है. उनकी...

Opinion: बाबासाहेब को जानने वाले ज्यादा हैं परन्तु उनकी मानने वाले बहुत कम

किसी जन समुदाय पर गौर किया जाय तो किसी मुद्दे, एजेण्डे या विचारधारा को लेकर एक सामान्य पैटर्न देखने को मिलता है कि कितनी...

जयंति विशेष: कबीर जैसा कोई नहीं…

कबीर का मार्ग 'कागद की लिखी' का मार्ग नहीं है. यह तो 'आंखन की देखी' का मार्ग है. कागद की लिखी में उलझे रहने...

व्यंग्य: पत्रकारिता की नई धार

आजकल पत्रकारिता का स्तर यहां तक गिर गया है कि कोई पत्रकार टॉयलेट में घुस जाता है तो कोई वाशरूम में घुस जाता है. शुक्र...

Free Download Books & Writings of Dr Babasaheb Ambedkar in PDF All Volumes – अम्बेड़कर संपूर्ण वाङ्मय

Writings & Speeches of Dr Ambedkar: विश्व रत्न बाबासाहेब डॉ भीमराव आंबेडकर, आधुनिक भारत के निर्माता, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का संविधान...

क्यों सिर्फ बाबासाहेब अम्बेड़कर ही संविधान निर्माता हैं? जानिए असल कारण

Dr Ambedkar Father of Constitution: 26 नवंबर 1949 के दिन बाबासाहेब अम्बेड़कर ने 395 अनुच्छेद एवं 8 अनुसूचियों वाले भारत के संविधान को भारत...

विश्व पुस्तक दिवस विशेष: मूरत का ज्ञात चाहिए या किताब का अज्ञात?

World Book Day: आज विश्व पुस्तक दिवस है . यह दिवस पुस्तकों के लिए नहीं है ताकि वे विश्व को पा सकें, बल्कि विश्व...

Ambedkarnama: मेरे दर्शन की जड़ें धम्म में हैं, न कि राजनीति में…

Ambedkarnama: बाबासाहब कहते है "निश्चित रूप से मेरा सामाजिक दर्शन तीन तत्वों पर आधारित है - स्वतंत्रता (Liberty), समानता, (Equality) और बंधुत्व (Fraternity). किसी...

Ambedkarnama #03: गुलाम को गुलामी का एहसास करा दो तो वह विद्रोह कर उठेगा, बाबासाहेब ने ऐसा क्यों कहा था?

Ambedkarnama: इंसान की बुनियादी आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान ही नहीं बल्कि कुछ और भी हैं. यदि रोटी, कपड़ा और मकान ही इंसान की...

ताजा समाचार

- Advertisement -Download Suchak App