बसपा एक आन्दोलन है. इस आन्दोलन की मजबूती का एक राज इसके समर्पित कार्यकर्ता हैं. ऐसे ही एक कर्मठ, जुझारू कार्यकर्ता थे – श्री पवन कुमार गौतम जी. इनके कार्य को देखते हुए परम आदरणीया बहनजी ने श्री पवन कुमार गौतम जी को अयोध्या मंडल (उत्तर प्रदेश) का मुख्य जोन इंचार्ज बनाया और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 में मिल्कीपुर विधानसभा (उत्तर प्रदेश) क्षेत्र का प्रत्याशी भी बनाया था. ऐसे समर्पित कार्यकर्ता आदरणीय श्री पवन कुमार गौतम जी का हमारे बीच आकस्मिक चले जाना बहुजन समाज के लिए बहुत दुखद व अपूर्णनीय क्षति है.
सोशल मिडिया बहुजन समाज के साथियों को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है. इस सोशल मीडिया के माध्यम से ही हम आदरणीय श्री पवन कुमार गौतम जी से 2017 में जुड़े. इसके बाद फोन पर अक्सर राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होती रहती थी.
अभी हाल में ही माननीय श्री विश्वनाथ पाल जी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद भी श्री पवन कुमार गौतम जी से कई बार राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर बातें हुई हैं. श्री पवन कुमार गौतम जी बहुत ही मिलनसार और बहुत ही निष्ठावान व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे.
हमें अच्छे से याद है कि उन्होंने एक बार सामाजिक मुद्दे पर बात के दौरान हमसे कहा था कि “बहन जी, मैं पार्टी में ही रह करके जिऊंगा और बहुजन समाज पार्टी में रह करके ही मरूंगा. मैं पार्टी के लिए काम करता हूं क्योंकि पार्टी से लगाव रखता हूं. आदरणीय बहन जी हम सबकी गार्जियन हैं. हमारी आदर्श हैं. हम किसी स्वार्थ को लेकर पार्टी से नहीं जुड़े हुए हैं. हम विचारधारा के व्यक्ति हैं. हम बहनजी और बसपा की विचारधारा से प्रभावित हैं. इसी विचारधारा पर हम चल रहे हैं. बाबासाहेब की विचारधारा को सिर्फ और सिर्फ बहनजी और बसपा ही लोगों तक सही से पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं. बाबासाहेब का मिशन बहनजी जैसा नेतृत्व और बसपा जैसा संगठन ही पूरा कर सकता है, इस बात पर हमें पूर्ण विश्वास है.” श्री पवन कुमार गौतम जी के इस दृढ विश्वास से हम काफी प्रभावित हुए थे.
हम जैसे छोटे कार्यकर्ताओं और हमारी निजी जिदंगी के संघर्ष से प्रभावित होकर श्री पवन कुमार गौतम जी ने हमसे कहा था कि “बसपा एक परिवार है. बहनजी गार्जियन हैं. आप हमारी छोटी बहन हैं. यह बाबासाहेब साहेब के मिशन का पवित्र रिश्ता है. हमेशा चलता रहेगा.”
श्री पवन कुमार गौतम जी ने कई बार अपने परिवार से मिलाने के लिए घर पर आमंत्रित भी किया लेकिन हम जाने का मौका न निकाल सकें. इस बात का आज बहुत अफसोस हो रहा है. श्री पवन कुमार गौतम जी से एक बार लखनऊ में मान्यवर कांशीराम साहब जी के परिनिर्वाण दिवस पर 2018 में मुलाकात हुई थी. श्री पवन कुमार गौतम जी को फैजाबाद जाना था लेकिन गौतम जी केवल हम से मिलने के लिए लखनऊ रुके और मान्यवर कांशीराम साहब जी के परिनिर्वाण दिवस पर (मान्यवर श्री कांशीराम साहब स्मारक स्थल में) पार्टी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
श्री पवन कुमार गौतम जी ने हमसे मिलते ही कहा कि “एक लड़की इतनी निडर, साहसी और निर्भीक है और मुझें उससे जरूर मिलना है. आप मेरी छोटी बहन हैं. आप से मिले बगैर मैं कैसे जा सकता हूँ.” श्री पवन कुमार गौतम जी की ये बातें और इनका पार्टी के प्रति समर्पण सदैव हमारे लिए स्मरणीय रहेगा.
श्री पवन कुमार गौतम जी 4 जनवरी 2023 को निर्वाण को प्राप्त हुए और 10 जनवरी को सर का जन्मदिन होता है. जिस महीने में गौतम जी का जन्मदिन होता है उसी महीने में गौतम जी निर्वाण को प्राप्त हुए. आपको इतनी जल्दी नहीं जाना चाहिए था लेकिन कुदरत को शायद यही मंजूर था. आप के परिवार तथा बहुजन समाज को कुदरत इस दुख की घड़ी में हिम्मत प्रदान करें.
— लेखक —
(अमिता अम्बेडकर, बहुजन समाज पार्टी)