30 C
New Delhi
Sunday, August 17, 2025

दुनिया की पहली दलित AI News Anchor प्रज्ञा लॉन्च; ऐसे बोलती है जय भीम

नई दिल्ली: पत्रकारिता के क्षेत्र में दलित अपना स्पेस बना रहे हैं. जिसमें यूट्यूब और फेसबुक जैसी कंपनियों ने खूब साथ निभाया है. अब AI अर्थात Artificial Intelligence आने के बाद वंचितों को पत्रकारिता करने में और भी सहुलियत होने वाली है. जिसकी एक बानगी The News Beak द्वारा लॉन्च AI News Anchor ‘प्रज्ञा’ के रूप में देखने को मिली है.

प्रज्ञा है पहली दलित AI न्यूज एंकर

The News Beak के संस्थापक सुमित चौहान जी ‘प्रज्ञा’ के बारे में बताते हैं. यह न्यूज एंकर AI पर आधारित है जो वंचितों की खबरों को तकनीक के जरिए वंचितों तक पहुँचाने का काम करेगी. हमारी पहली दलित AI न्यूज एंकर “जय भीम” भी बोलती है.

बकौल सुमित, “हमारी AI न्यूज एंकर का नाम प्रज्ञा है. प्रज्ञा बुद्धिस्ट शब्द है और बौद्ध धम्म में प्रज्ञा का खास महत्व है. प्रज्ञा का मतलब होता है जानना, सत्य का ज्ञान और किसी चीज को वैसे ही देखना, जैसी वो है. बौद्ध धम्म में बुद्ध बनने के लिए व्यक्ति को दस पारमिताएं पूरी करनी पड़ती हैं, इन्ही दस पारमिताओं में से एक है प्रज्ञा यानि Intellect.

जब प्रज्ञा ने बोला जय भीम

The News Beak की पहली दलित AI न्यूज एंकर जय भीम बोलती है. लॉन्च वीडियो में प्रज्ञा ने अपना परिचय देते हुए कहा, “जय भीम, मैं हूं इंडिया की पहली दलित AI न्यूज एंकर प्रज्ञा और आप देख रहे हैं The News Beak, अब से द न्यूज बीक पर आप मेरे साथ देखेंगे दलितों और वंचित वर्गों से जुड़ी तमाम खबरें.”

Download Suchak App

खबरें अभी और भी हैं...

मायावती ने अमेरिकी टैरिफ को बताया ‘विश्वासघाती’, संसद में चर्चा की मांग

Mayawati on Trump: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए भारी-भरकम 50 प्रतिशत टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया...

अमेरिका की आर्थिक सख्ती पर मायावती की दो टूक – “देशहित से कोई समझौता नहीं होना चाहिए”

Mayawati Big Statement on Trump Action: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री UP मायावती ने अमेरिका द्वारा भारत पर आयात...

आषाढ़ी पूर्णिमा: गौतम बुद्ध का पहला धम्म उपदेश

आषाढ़ी पूर्णिमा का मानव जगत के लिए ऐतिहासिक महत्व है. लगभग छब्बीस सौ साल पहले और 528 ईसा पूर्व 35 साल की उम्र में...

सामाजिक परिवर्तन दिवस: न्याय – समता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का युगप्रवर्तक प्रभात

भारतीय समाज की विषमतावादी व्यवस्था, जो सदियों से अन्याय और उत्पीड़न की गहन अंधकारमयी खाइयों में जकड़ी रही, उसमें दलित समाज की करुण पुकार...

धर्मांतरण का संनाद: दलित समाज की सुरक्षा और शक्ति

भारतीय समाज की गहन खोज एक मार्मिक सत्य को उद्घाटित करती है, मानो समय की गहराइयों से एक करुण पुकार उभरती हो—दलित समुदाय, जो...

प्रतिभा और शून्यता: चालबाज़ी का अभाव

प्रतिभा का वास्तविक स्वरूप क्या है? क्या वह किसी आडंबर या छल-कपट में लिपटी होती है? क्या उसे अपने अस्तित्व को सिद्ध करने के...

मायावती की निर्वाचन आयोग से अहम बैठक; EVM तथा चुनाव प्रणाली पर गंभीर चर्चा?

नई दिल्ली: देश की राजधानी स्थित निर्वाचन सदन में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती बहनजी ने आज भरत के मुख्य निर्वाचन...

जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी: जातिगत जनगणना पर बहुजन विचारधारा की विजयगाथा

भारत की राजनीति में एक ऐतिहासिक क्षण आया है-जिसे बहुजन आंदोलन की सबसे बड़ी वैचारिक जीत के रूप में देखा जा सकता है. कैबिनेट...

साम्प्रदायिकता का दुष्चक्र और भारतीय राजनीति की विडंबना

भारतीय राजनीति का वर्तमान परिदृश्य एक गहन और दुखद विडंबना को उजागर करता है, जहाँ साम्प्रदायिकता का जहर न केवल सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न...

दलित राजनीति का हाशियाकरण : एक करुण गाथा

भारत की सामाजिक-राजनीतिक वीथियों में दलित नेतृत्व का हाशियाकरण एक ऐसी करुण गाथा है, जो हृदय को मथ डालती है। यह गाथा उन अनकहे...

बहुजन एकता और पत्रकारिता का पतन: एक चिंतन

आज भारतीय पत्रकारिता का गौरवशाली इतिहास रसातल की गहराइयों में समा चुका है। एक ओर जहाँ पत्रकार समाज में ढोंग और पाखंड के काले...

राजनैतिक परिपक्वता का अभाव: बहुजन समाज की चुनौती

बहन जी पर टिप्पणियाँ: एक चालाक रणनीतिभारत के राजनीतिक परिदृश्य में बहुजन विरोधी दल और उनके नेता अक्सर अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए...