बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती जी ने आज पार्टी के साथ धोखा करने और पार्टी से जुड़े संगठनों को तोड़कर नए-नए संगठन बनाने वाले स्वार्थी और धोखेबाज लोगों के खिलाप बड़ा बयान देकर सनसनी मचा दी है. इस कड़ी में उन्होने अपने एक रिश्तेदार को भी शामिल किया है वहीं भाई आनंद के त्याग के बारे में देश को जानकारी दी है.
उन्होने कहा, “दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है, जिसमें मेरे कुछ रिश्तेदार भी हैं व एक ऐसा है जो मेरी गैरहाजिरी में मेरे दिल्ली निवास पर सीबीआई छापे के बाद परिवार सहित चला गया, तबसे ही छोटा भाई आनंद सरकारी नौकरी छोड़कर परिवार के साथ मेरी सेवा व पार्टी कार्य में लगा है.”
कयास लगाए जा रहे है कि बहनजी अपने छोटे भाई आनंद कुमार जी बचाव कर रही है. मगर, सच्चाई इससे इतर है पार्टी में लगातार टूट और विश्वसघात से बहुत नुकसान झेला है और झेल रही है. अगर, ऐसी कठिन परिस्थिति में बहनजी का कोई पारिवारिक सदस्य पार्टी की जिम्मेदारी निभा रहा है तो हायतोबा क्यों?
बहनजी ने बामसेफ जैसे रीड की हड्डी संगठन के बारे में भी अपनी बेबाक बात कही, “जबकि इन स्वार्थी किस्म के लोगों ने खासकर बामसेफ व डीएस4 आदि के नाम पर अनेकों प्रकार के कागजी संगठन बनाए हुए हैं जो सामाजिक चेतना पैदा करने की आड़ में अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और अब यही कार्य बीएसपी में कुछ निष्क्रिय हुए लोग भी दूसरे तरिके से कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण. इस प्रकार से बीएसपी को कमजोर करने हेतु जातिवादी शक्तियाँ यहाँ पर्दे के पीछे से यह सब षडयंत्र करती रहती हैं. साथ ही, उनसे कागजी पार्टियाँ बनवाकर चुनाव में दलित व शोषितों का वोट बांटने की घाटक कोशिश करती हैं. ऐसे में पार्टी म मूवमेंट के हित में इन सभी से सावधान रहने की अपील.”
1. दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है, जिसमें मेरे कुछ रिश्तेदार भी हैं व एक ऐसा है जो मेरी गैरहाजिरी में मेरे दिल्ली निवास पर CBI छापे के बाद परिवार सहित चला गया, तबसे ही छोटा भाई आनन्द सरकारी नौकरी छोड़कर परिवार के साथ मेरी सेवा व पार्टी कार्य में लगा है।
— Mayawati (@Mayawati) July 17, 2022