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Wednesday, June 11, 2025

कई प्रदेशों के पदाधिकारियों के साथ मायावती ने की बड़ी बैठक

दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती जी ने आज बिहार, झारखंड, प. बंगाल, ओड़िशा राज्यों के पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की है. इस बैठक में मायावती जी ने इन राज्यों में पार्टी की समीक्षा लेते हुए संगठन की हालात जानी है. और आगामी चुनावों को मद्देनजर रखते हुए संगठन की कमियों को दूर करके जनता के बीच जाकर पार्टी जनाधार को बढ़ाने का निर्देश दिया है. बता दें बैठकों का सिलसिला लगातार जारी है. मायावती इससे पहले भी विभिन्न राज्यों की समीक्षा बैठक ले चुकी हैं.

इस बैठक में बहनजी ने इन राज्यों के विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात कहीं जो आपके लिए प्रस्तुत है.

  • बिहार के लोगों की गरीबी व पिछड़ेपन को दूर करने के संबंध में वहाँ की सरकार आपेक्षिग सफलता नही हासिल कर पा रही है जबकि भाजपा की खास जिम्मेदारी बनती है कि वह केंद्र से इस काम के लिए आवश्यक धन जुटाने में सहयोग करे. बिहार की शिक्षा व्यवस्था का भी काफी बुरा हाल बना हुआ है. यह बड़ी चिंता की बात है.
  • साथ ही, बिहार की प्रमुख विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल भी दलबदल आदि को बढ़ावा देकर कांग्रेस की तरह ही वहाँ विपक्ष को ही कमजोर करने में ज्यादा व्यस्त रही है.
  • पश्चिम बंगाल व झारखंड़ राज्य में सरकार के खिलाफ उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार के जो आरोप लग रहे हैं या विद्वेष द्वारा लगाए जा रहे हैं वह जनहित व विपक्ष की राजनीति को प्रभावित कर रहे हैं. पूरा देश इससे चिंतित लगता है.

इसके अलावा बहनजी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के लिए कांग्रेस पार्टी के रवैये पर भी अपनी बात कही. और भाजपा के विकास के दावे की पोल खोली. उन्होने कहा;

  • माननीया द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद पर निर्वाचन सुनिश्चित होने के बाद उनके आदिवासी गाँव में बिजली व्यवस्था होने की खबर देश-दुनिया की सुर्खिययों में रही है, जिससे केंद्र व राज्य सरकार के विकास के दावे की पोल पुन: खुल गई.
  • क्या केवल आदिवासी समाज की महिला को राष्ट्रपति बनाने से देश में करोड़ों दलितों, आदिवासियों, अति-पिछड़ों व अल्पसंख्यकों को गरीबी, पिछड़ेपन, जातिवादी शोषण व अत्याचार आदि से मुक्ति मिल जाएगी? ऐसा ही रवैया पहले कांग्रेस का भी रहा है.

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