12.1 C
New Delhi
Saturday, December 21, 2024

गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर मायावती और चंद्रशेखर ने दिया करारा जवाब

देश के गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्र निर्माता बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेड़कर पर एक बयान दिया. जिसके बाद संसद से लेकर सोशल मीडिया तक उनके इस्तीफे की मांग उठने लगी.

अमित शाह ने अपने बयान में कहा, “अब ये एक फ़ैशन हो गया है. अम्बेड़कर, अम्बेड़कर, अम्बेड़कर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता. हमें तो आनंद है कि अम्बेड़कर का नाम लेते हैं. अम्बेड़कर का नाम अभी 10 बार ज्यादा लो. पर साथ में अम्बेड़कर जी के प्रति आपका क्या भाव है, ये मैं बताता हूँ…”

उनका यह बयान काफी वायरल हो रहा है और इसका शुरुआती हिस्सा कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी खूब चलाया गया. पूरे देशभर से इस बयान की निन्न्दा के पोस्ट्स आ रहे हैं.

इस बीच बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती और नगीना सांसद चंद्रशेखर ने गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान को तगड़ी खिंचाई करी है.

बाबसाहेब ही है दलितों के एकमात्र भगवान: मायावती

बसपा नेता और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि बाबासाहेब की दलितों और शोषितों के एकमात्र भगवान है.

बकौल मायावती, “कांग्रेस व बीजेपी एंड कम्पनी के लोगों को बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेड़कर की आड़ में अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने के बजाय, इनका पूरा आदर-सम्मान करना चाहिये. इन पार्टियों के लिए इनके जो भी भगवान हैं उनसे पार्टी को कोई ऐतराज नहीं है.”

उन्होने आगे जोड़ा, “लेकिन दलितों व अन्य उपेक्षितों के लिए एकमात्र इनके भगवान केवल बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेड़कर हैं, जिनकी वजह से ही इन वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनीअ धिकार मिले हैं, तो उसी दिन इन वर्गों को सात्जन्मों तक का स्वर्ग म्जिल गया था.

अत: कांग्रेस, बीजेपी आदि पार्टियों का दलित व उअन्य उपेक्षितों के प्रति प्रेम विशुद्ध छलावा इनसे इन वर्गों का सही हित व क्ल्याण असंभव. इनके कार्य दिखावटी ज्यादा, ठोस जनहितैषी कम. बहुजन समाज व इनके महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों को समुचित आदर-सम्मान बीएसपी सरकार में ही मिल पाया.”

ऐतिहासिक योगदान और सामाजिक न्याय के संघर्ष का अपमान है: चंद्रशेखर

नगीना से सांसद चंद्रशेखर उर्फ रावण ने गृह मंत्री के बयान को बाबासाहेब के योगदान और सामाजिक न्याय के लिए उनके संघर्ष का अपमान बताया है.

उन्होने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह का बयान परम पूज्य बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेड़कर जी के ऐतिहासिक योगदान और सामाजिक न्याय के लिए उनके संघर्ष का अपमान है.”

चंद्रशेखर ने आगे कहा, “परम पूज्य बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेड़कर जी नाम लेना कोई ‘फ़ैशन’ नहीं, बल्कि समानता, स्वतंत्रता और सामाजिक परिवर्तन की उस क्रंति का प्रतीक है, जिसने करोद्‌ओं दबे-कुचले लोगों को न्याय और अधिकार दिलाए. अम्बेड़कर को भगवान के नाम से तुलना करना उनकी विचारधार की गहराई और संविधान निर्माण में उनके योगदान को कमतर आंकने का प्रयास है. यह न केवल असंवेदनशीलता, बल्कि सामाजिक एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अनादर का परिचायक है. ये अक्षम्य है, भारत रत्न बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेड़कर जी को मानने वाले इस अपमान का बदला जरूर लंगे मेरी बात याद रखना.”

Download Suchak App

खबरें अभी और भी हैं...

हिन्दू-मुस्लिम नैरेटिव – राष्ट्र निर्माण में बाधक

भारत में पिछले कुछ दशकों से यह नैरेटिव गढ़ा गया कि हिंदुत्व ख़तरे में है। जनता की मनोदशा ऐसी हो गयी है कि यह...

चुनाव की आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति – The Proportional Representation Method of Election

भारत एक विविधतापूर्ण देश है जहां विभिन्न भाषाएं, धर्म और हजारों जातियां हैं। भारत में वर्गीकृत सामाजिक व्यवस्था के लिए जाति महत्वपूर्ण है। जैसा...

Opinion: मुस्लिम के बाद दलितों की ही बारी है

अपने मुद्दे से भटकने के कारण महाराष्ट्र में महार अपनी स्वतंत्र राजनीति से दूर हो गया। महार पिछलग्गू बनकर रह गया है। महाराष्ट्र की...

Jharkhand BSP News: बसपा ने जारी की प्रत्याशियों की पहली सूचित; पूर्व मंत्री के बेटे का नाम शामिल

Jharkhand BSP News: बहुजन समाज पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है.  जिसमें पूर्व मंत्री...

साहेब बनना आसान, बहनजी बनना मुश्किल

भारतीय राजनीति में गला काट प्रतियोगिता, जानलेवा संघर्ष, षड्यंत्र, और चालबाजियों का बोलबाला है। यहाँ अनगिनत प्रतिद्वंद्वी और दुश्मन हैं—अपने भी, पराये भी, अंदर...

मान्यवर साहेब कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पार आयोजित हुई विचार संघोष्टी; संगठन विस्तार से पार्टी को दी मजबूती

खैरथल: बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक मान्यवर साहेब कांशीराम के 18वें परिनिर्वाण दिवस के मौके पर राजस्थान के खैरथल जिले में विचार संघोष्ठी का...

Opinion: राजेंद्र पाल गौतम एक संकेत मात्र; आम आदमी पार्टी अवसान की ओर बढ़ रही

मार्च 2022 में पंजाब विधान सभा में भारी जीत और दिसंबर 2022 में गुजरात में आंशिक सफलता के बाद जब 10 अप्रैल, 2023 को...

Opinion: महिला सुरक्षा की आड़ में दलितों को दफ़न करने की नापाक साज़िश

कोलकाता में जो कुछ हुआ बहुत गलत हुआ है। यह अमानवीय जघन्य कृत्य हैं। यह कोलकाता का ही मामला नहीं है बल्कि पूरे देश...

Opinion: ‘कृतज्ञता’ महान व्यक्तित्व (बहनजी) का गुण है

बहनजी भारत की एकमात्र नेता हैं जो राजनैतिक नफे-नुकसान से ऊपर उठकर फैसले लेती हैं। उनकी स्पष्टवादिता का तो कोई सानी ही नहीं है।...

Opinion: दलितों को बांटने की साज़िश कांग्रेस की है

दलितों को बांटने का षड़यंत्र 'कांग्रेस' का है। पंजाब में दलितों को कांग्रेस ने 1975 में ही बांट दिया। इस तरह का बंटवारे दलितों...

लोकतंत्र को कमजोर करेगा ‘One Nation, One Election’

One Nation, One Election देश में लोकतंत्र को कमजोर करने की साज़िश है. दलित, आदिवासी, पिछड़े और अकिलियत समाज की आवाज को दबाने, उनकी...

BSP News: राजस्थान में अत्याचार के खिलाफ़ बसपा का हल्ला बोल; भाजपा सरकार को घेरा

राजस्थान: बहुजन समाज पार्टी ने राजस्थान प्रदेश में बढ़ रहे जुल्म ज्यादती के खिलाफ़ कल भाजपा सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोल डाला. सभी जिला...