35.6 C
New Delhi
Monday, June 9, 2025

BSP News: राजस्थान में अत्याचार के खिलाफ़ बसपा का हल्ला बोल; भाजपा सरकार को घेरा

राजस्थान: बहुजन समाज पार्टी ने राजस्थान प्रदेश में बढ़ रहे जुल्म ज्यादती के खिलाफ़ कल भाजपा सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोल डाला. सभी जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने का काम प्रदेश स्तर पर किया गया.

गौरतलब है कि प्रदेश में लगातार दलित समुदाय के लोगों पर अत्याचार की खबरें आ रही है और सरकार हाथ पर हाथ रखकर सिर्फ तमाशबीन बनी हुई है. किसी भी घटना पर कोई ठोस कार्रवाई नही की जा रही है. ऐसे में असंतुष्ट लोगों की आवाज उठाने के लिए बहुजन समाज पार्टी ने कल प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति, राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

इस ज्ञापन विशेष तौर पर दलित समुदाय पर हाल ही घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग के साथ-साथ दोषियों को सख्त से सख्त सजा की मांग भी की गई.

इस दौरान खैरथल-तिजारा जिला अध्यक्ष हितेश रसगोन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “प्रदेश की भाजपा सरकार निरंकुश होकर काम कर रही है. लॉ एंड ऑर्डर प्रदेश का बिगड़ा हुआ है. आए दिन हत्याओं की खबरें प्रदेश की साख को गिरा रही है और दलित समुदाय में भय पैदा कर रही है. यह सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो रही है. सरकार न्याय भी जाति देखकर कर रही है. जो बिल्कुल भी संवैधानिक कृत्य नही है. लोकतंत्र में तानाशाही की कोई जगह नही है. जनता सब देख रही है. बहुजन समाज पार्टी समय रहते लगाम खींचना भी जानती है. सरकार अपने रवैया सुझारे.”

वहीं लोकसभा प्रभारी विजय मेघवाल जी कहा, “सरकार बिल्कुल भी जनता की सुरक्षा पर ध्यान नही दे रही है. खासकर वंचित समाज पर सरकार का कोई ध्यान नही है. सरकार जाति देखकर एक्सन लेने असंवैधानिक काम कर रही है जो किसी भी लोकतंत्र में ठीक नही कहा जा सकता है. अगर, सरकार अत्याचार पर लगाम नही लगाती है तो बहुजन समाज पार्टी कोई बड़ा कदम उठाने का काम करेगी.”

Download Suchak App

खबरें अभी और भी हैं...

सामाजिक परिवर्तन दिवस: न्याय – समता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का युगप्रवर्तक प्रभात

भारतीय समाज की विषमतावादी व्यवस्था, जो सदियों से अन्याय और उत्पीड़न की गहन अंधकारमयी खाइयों में जकड़ी रही, उसमें दलित समाज की करुण पुकार...

धर्मांतरण का संनाद: दलित समाज की सुरक्षा और शक्ति

भारतीय समाज की गहन खोज एक मार्मिक सत्य को उद्घाटित करती है, मानो समय की गहराइयों से एक करुण पुकार उभरती हो—दलित समुदाय, जो...

प्रतिभा और शून्यता: चालबाज़ी का अभाव

प्रतिभा का वास्तविक स्वरूप क्या है? क्या वह किसी आडंबर या छल-कपट में लिपटी होती है? क्या उसे अपने अस्तित्व को सिद्ध करने के...

मायावती की निर्वाचन आयोग से अहम बैठक; EVM तथा चुनाव प्रणाली पर गंभीर चर्चा?

नई दिल्ली: देश की राजधानी स्थित निर्वाचन सदन में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती बहनजी ने आज भरत के मुख्य निर्वाचन...

जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी: जातिगत जनगणना पर बहुजन विचारधारा की विजयगाथा

भारत की राजनीति में एक ऐतिहासिक क्षण आया है-जिसे बहुजन आंदोलन की सबसे बड़ी वैचारिक जीत के रूप में देखा जा सकता है. कैबिनेट...

साम्प्रदायिकता का दुष्चक्र और भारतीय राजनीति की विडंबना

भारतीय राजनीति का वर्तमान परिदृश्य एक गहन और दुखद विडंबना को उजागर करता है, जहाँ साम्प्रदायिकता का जहर न केवल सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न...

सपा की नीति और दलित-बहुजन समाज के प्रति उसका रवैया: एक गंभीर विश्लेषण

भारतीय सामाजिक संरचना में जातिवाद और सामाजिक असमानता ऐसी जटिल चुनौतियाँ हैं, जिन्होंने सदियों से समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर दलित-बहुजन समुदाय को हाशिए...

दलित राजनीति का हाशियाकरण : एक करुण गाथा

भारत की सामाजिक-राजनीतिक वीथियों में दलित नेतृत्व का हाशियाकरण एक ऐसी करुण गाथा है, जो हृदय को मथ डालती है। यह गाथा उन अनकहे...

बहुजन एकता और पत्रकारिता का पतन: एक चिंतन

आज भारतीय पत्रकारिता का गौरवशाली इतिहास रसातल की गहराइयों में समा चुका है। एक ओर जहाँ पत्रकार समाज में ढोंग और पाखंड के काले...

राजनैतिक परिपक्वता का अभाव: बहुजन समाज की चुनौती

बहन जी पर टिप्पणियाँ: एक चालाक रणनीतिभारत के राजनीतिक परिदृश्य में बहुजन विरोधी दल और उनके नेता अक्सर अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए...

बसपा ने मनाया बाबासाहेब का जन्मोत्सव और पार्टी का स्थापना दिवस

खैरथल: बहुजन समाज पार्टी जिला खैरथल ईकाई ने राष्ट्रनिर्माता, विश्वविभूति बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेड़कर का 134वां जन्मोत्सव किशनगढ़ बास मौजूद होटल ब्लू मून में...

बहुजन आंदोलन: नेतृत्व मार्गदाता है, मुक्तिदाता नहीं

बहुजन आंदोलन की पावन परंपरा का प्रारंभ जगद्गुरु तथागत गौतम बुद्ध से माना जाता है। इस ज्ञानदीप्त परंपरा को सम्राट अशोक, जगद्गुरु संत शिरोमणि...