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Monday, June 9, 2025

आकाश आनंद ने दिखाया बड़ा दिल; खुशी जाटव की बनाई पेंटिंग को खरिदेंगे

बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद जी ने बड़ा दिल दिखाया है. उन्होने सोशल मीडिया पर वायरल एक विकलांग लड़की खुशी जाटव द्वारा बनाई पेंटिंग्स को खरिदने की इच्छा जाहिर करते हुए कहा, “खुशी, मैं आपकी खुशी में शामिल होना चाहता हूँ. राजीव जी (वीडियो प्रकाशित करने वाला शख्स) कृपया बताइए कि मैं खुशी की बनायी हुयी इन पेंटिंग को कैसे खरिद सकता हूँ.” गौरतबल है की वीडियो के मुताबिक बच्ची मुँह से पेटिंग बनाती हुई दिख रही है. उसके हाथ नही है.

इस बच्ची के बारे में सोशल मीडिया से खबर लगी और @rajivhindo1 ट्वीटर हैंडल से वीडियो प्रकाशित करते हुए बताया गया कि, “इस बच्ची का नाम खुशी जाटव है इसके हाथ-पैर नही है इस लिए यह मुँह से पेंटिंग करती है. और पेंटिंग प्रतियोगिता में इसकी पेंटिंग को ₹5000 में खरिदा गया है.”

उनके द्वारा प्रकाशित यह वीडियो वायरल हो गया और हजारों लोगों ने बच्ची के हुनर को देखा तो इसके समर्थन में कई लोगों ने पेंटिंग खरिदने की इच्छा जाहिर की और सपोर्ट करने की बात कही. आप खुद वीडियो देखिए बच्ची कितनी शिद्दत से पेंटिंग बना रही है.

देखा आपने बच्ची कितनी होनहार है और प्रकृति का सम्मान करते हुए अपने मुँह को ही हाथ बनाकर दुनिया के सामने अपने हुनर को दिखा रही है. इस हुनर को चार चाँद जब लग गए तब बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कॉर्डिनेटर द्वारा बच्ची की पेंटिंग को खरिदने की इच्छा जाहिर करी. उन्होने एक्टिविस्ट राजीव हिंदोल्या (@rajivhindo1) के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए अपनी बात कही. आप खुद उनका ट्वीट नीचे पढ़ सकते हैं.

खुशी जाटव के जीवन का टर्निंग पॉइंट साबित हो सकत है यह ट्वीट

इस ट्वीट से पहले शायद ही कोई (लोकल को छोड़कर) खुशी जाटव से परिचित होगा. मगर, एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता द्वारा इस बच्ची की पहचान आज दुनियाभर में हो गई है. उसे एक नई पहचान मिलेगी और उसे सपोर्ट करने वाले हजारों लोग तैयार होंगे. यह एक ट्वीट खुशी जाटव के जीवन को पूरी तरह बदल सकता है.

अगर, असल में खुशी जाटव को उसकी पेंटिंग के जरिए आकाश आनंद जी से मिलने का मौका मिलता है तो यह उनके जीवन की एक ऐतिहासिक घटना साबित होगी. और बसपा के लिए भी यह घटना उसके कोर वोटर से भावनात्मक रूप से कनेक्ट होने में मदद करेगी. उसके मन में बसपा के खिलाप जो नकारात्म सोच पनप रही है उसे बल नही मिलेगा और फिर से अपनी पार्टी से जुड़ा रहने का पुनर्बल प्राप्त होगा.

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