37.7 C
New Delhi
Monday, June 9, 2025

एडवोकेट रामजीवन बौद्ध बने बसपा के नेशनल कॉर्डिनेटर; बधाईयों को लगा तांता

बहुजन समाज पार्टी ने आज केंद्रीय संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए राजस्थान को बड़ी सौगात दी है. प्रदेश के लिए राजनैतिक रूप से सक्रिय रहे और परिणाम देने वाले जिला अलवर के एडवोकेट रामजीवन बौद्ध जी को नेशनल कॉर्डिनेटर बनाया गया है.

इस खबर को मिलते ही अलवर के बसपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है और चारो ओर से बधाईयों को तांता लगा हुआ है. इस बीच किशनगढ़बास विधानसभा के अध्यक्ष पंकज देव जी ने उनका स्वागत कार्यक्रम रखा और कार्यकर्ताओं के साथ उन्हे माला और साफा पहनाकर बधाई एवं शुभकामनाएं दी.

इस मौके पर जिला कार्यकारिणी सदस्य और वर्तमान पंचायत समीति सदस्य हितेश रसगोन जी ने बताया कि एडवोकेट साहेब को पहले ही प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया हुआ था और अब उनके काम को देखकर माननीय बहनजी ने उन्हे नेशनल कॉर्डिनेटर की बड़ी जिम्मेदारी देकर कार्यकर्ताओं का हौंसला अफजाई की है. माननीय रामजीवन बौद्ध जी के माध्यम से एक संदेश भी दिया गया है कि पार्टी में परिवारवाद के लिए कोई जगह नही है. यहाँ सिर्फ काम और मिशन के लिए समय और समर्पण को ध्यान रखा जाता है.
हितेश रसगोन (पंचायत समीति सदस्य बसपा किशनगढ‌ बास)
Tweet

इस मौके पर किशनगढ़ बास विधानसभा से हुकम चंद जी, झम्मनलाल जी, मुकेश भीम जी, विजय मेघवाल जी, सोनू मेघवाल जी, संजय जी के साथ आदि तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे.  

Download Suchak App

खबरें अभी और भी हैं...

मायावती की निर्वाचन आयोग से अहम बैठक; EVM तथा चुनाव प्रणाली पर गंभीर चर्चा?

नई दिल्ली: देश की राजधानी स्थित निर्वाचन सदन में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती बहनजी ने आज भरत के मुख्य निर्वाचन...

साम्प्रदायिकता का दुष्चक्र और भारतीय राजनीति की विडंबना

भारतीय राजनीति का वर्तमान परिदृश्य एक गहन और दुखद विडंबना को उजागर करता है, जहाँ साम्प्रदायिकता का जहर न केवल सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न...

सपा की नीति और दलित-बहुजन समाज के प्रति उसका रवैया: एक गंभीर विश्लेषण

भारतीय सामाजिक संरचना में जातिवाद और सामाजिक असमानता ऐसी जटिल चुनौतियाँ हैं, जिन्होंने सदियों से समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर दलित-बहुजन समुदाय को हाशिए...

दलित राजनीति का हाशियाकरण : एक करुण गाथा

भारत की सामाजिक-राजनीतिक वीथियों में दलित नेतृत्व का हाशियाकरण एक ऐसी करुण गाथा है, जो हृदय को मथ डालती है। यह गाथा उन अनकहे...

राजनैतिक परिपक्वता का अभाव: बहुजन समाज की चुनौती

बहन जी पर टिप्पणियाँ: एक चालाक रणनीतिभारत के राजनीतिक परिदृश्य में बहुजन विरोधी दल और उनके नेता अक्सर अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए...

बसपा ने मनाया बाबासाहेब का जन्मोत्सव और पार्टी का स्थापना दिवस

खैरथल: बहुजन समाज पार्टी जिला खैरथल ईकाई ने राष्ट्रनिर्माता, विश्वविभूति बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेड़कर का 134वां जन्मोत्सव किशनगढ़ बास मौजूद होटल ब्लू मून में...

भटकाव का शिकार : महार, मुस्लिम और दलित की राजनीतिक दुर्दशा

स्वतंत्र महार राजनीति का अंत महाराष्ट्र में महार समुदाय, जो कभी अपनी स्वतंत्र राजनीतिक पहचान के लिए जाना जाता था, आज अपने मुद्दों से भटक...

वक्फ बिल से बहुजन समाज पार्टी सहमत नहीं: मायावती

Waqf Bill: 2 अप्रैल 2025 को संसद नीचले सदन यानि लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश किया गया. जिसे घंटों की चर्चा के बाद...

ओबीसी की वास्तविक स्थिति और उनकी राजनीतिक दिशा

ओबीसी समाज में लंबे समय से यह गलतफहमी फैलाई गई है कि वे समाज में ऊंचा स्थान रखते हैं, जबकि ऐतिहासिक और सामाजिक वास्तविकता...

भारत का लोकतंत्र और चुनावी सुधार: आनुपातिक प्रतिनिधित्व की आवश्यकता

प्रस्तावना: विविधता और जाति व्यवस्था भारत एक विविधतापूर्ण देश है, जहाँ अनेक भाषाएँ, धर्म और हजारों जातियाँ सह-अस्तित्व में हैं। यहाँ की सामाजिक व्यवस्था में...

राजनैतिक लाभ के लिए घिनौनी राजनीति कर रही सपा: मायावती

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी सुमन के विवादित बयान पर राजनीति चर्चा तूल पकड़ती जा रही है. इस मामले में अब बसपा की...

जज यशवंत वर्मा प्रकरण और नालसा की मणिपुर विजिट के बीच संभावित कनेक्शन

मार्च 2025 में भारतीय न्यायिक और राजनीतिक परिदृश्य में दो समानांतर घटनाएँ चर्चा में रहीं—दिल्ली उच्च न्यायालय के जज यशवंत वर्मा से जुड़ा विवाद...