लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में संपन्न सम्मेलन को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है. महंगाई और बेरोजगारी पर घिरी हुई केंद्र व राज्य की सरकार को जमकर लताड़ा है. और उनपर अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए जनसंख्या नीति व धर्मांतरण जैसे मुद्दे उछालने को बेसुरा राल अलापना बताया है.
बहनजी ने आज सम्मेलन में कहा, “देश में प्रचण्ड महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, हिंसा व अव्यवशा आदि के अभिशाप के दिन-प्रतिदिन के जान के जंजाल से पीड़ित जनता का ध्यान बांटने के लिए ही आरएसएस द्वारा अब जनसंख्या नीति व धर्मांतरण आदि का बेसुरा राग अलापना घोर अनुचित है. यह भाजपा सरकार की विफलता पर दे ध्यान बांटने की सोची-समझी रणनीति, जिससे सावधानी जरुरी.”
आगे उन्होने यूपी का जिक्र करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी जमकर हमला बोला और कहा, “यूपी में सही से कानून का राज न होने से सरकारी जुल्म-ज्यादती व इनकी घोर मनमानी तथा कानून-व्यवस्था के हालात बदतर. लोगों को जागृत करें कि अपनी सरकार बनने पर ही उनको न्याय तथा उनके सभी दुखों व समस्याओं का हल संभव हैं.”
बता दें यह बैठक यूपी में होने वाले आगामी निकाय चुनावों के मद्देनजर रखी गई थी. इन चुनावों को लड़ने के लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार है और मुस्तैदी से कार्यकताओं को तैयार रहने का दिशा-निर्देश जारी किया गया है. इमरान मसूद की वापसी से पार्टी को पश्चिमी यूपी में काफी फायदा होगा और मुस्लिम वोट को जोड़ने में सफलता मिलेगी. इसी उम्मीद के साथ पार्टी ने उन्हे बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी हैं.
बसपा सुप्रीमो ने अन्य पार्टियों द्वारा सोशल मीडिया और डिजिटल सामग्री का जो बहुतायत से इस्तेमाल हो रहा है. उस पर उन्होने कहा कि, “पार्टी के मिशनरी कार्यों के लिए पार्टी की परम्परा के अनुसार छोटी-छोटी कैडर मीडिंगें करने पर ही जोर, क्योंकि बीएसपी को धन्नासेठों की समर्थक पार्टियों के उनके शहखर्चीले फैशन का अनुश्रण कतई नहीं करना है, जो विशेषकर त्रस्त बेरोजगार युवाओं तथा मिडिल क्लास जनता का मजाक बनाने जैसा ही है.”