डाकघर का नाम सुनते हीं सिर्फ डाक बाँटने का काम याद आता है. इसलिए, इस विभाग द्वारा जारी फाइनेंस सुविधाओं पर लोगों का ध्यान बहुत ही कम जाता है. इसलिए, डाकघर बचत योजनाओं से मिलने वाले लाभ से करोड़ों लोग वंचित रह जाते हैं.
इसलिए, हम आपके लिए लेकर आए हैं ऐसी बचत योजनाएं जो सुरक्षित होने के साथ-साथ आपको देंगी बेहतर रिटर्न और बनाएंगी आपको संतुष्ट.
पोस्ट ऑफिस सुरक्षित और बेहतर रिटर्न के लिए भी जाना जाता है. आपके द्वारा लगाया गया पैसा यहाँ पूरी तरह सुरक्षित होता है. वर्तमान में लगभग 9 बचत योजनाए पोस्ट ऑफिस द्वारा चलाई जा रही हैं जिन पर सालान ब्याज दर 7.6 फीसदी तक है. आइए जानते हैं इन योजनाओं के बारे में.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट
न्यूनतम 100 रूपये से शुरू होने वाली इस योजना में 6.8 प्रतिशत की दर से बैंक द्वारा ब्याज दिया जाता है. अधिकतम आप जितना चाहे उतना पैसा इस स्कीम में लगा सकते हैं.
मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है यानि अकांउट खुलवाने के 5 साल बाद ही आप इन रूपयों को निकाल सकते हैं. यह आपकी टैक्स मनी को भी आपकी जेब से जाने से रोकता है.
80 सी के तहत इस स्कीम में आपको 1.5 लाख रूपये तक की छूट मिलती है. एनएससी को मैच्योरिटी की तारिख के बीच एक बार किसी एक व्यक्ति से दूसरे के नाम ट्रांसफर किया जा सकता है.
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना
सेवानिवृति के बाद भी आपकी आत्मनिर्भरता बनी रहे इसके लिए सरकार वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में आपका सर्पोट करती है. इसकी ब्याज दर 7.4 प्रतिशत है जिसमें आप अधिकतम 15 लाख रूपये डाल सकते हैं.
खाते को तय सीमा से पहले भी बंद किया जा सकता है, हालांकि कुछ राशि आपको इसके लिए देनी पड़ सकती है. इस योजना में न्यूनतम आयु सीमा 60 वर्ष है और ऐच्छिक सेवानिवृति की अवस्था में 55 वर्ष रखी गई है.
पीपीएफ
हर किसी के लिए उपलब्ध इस सेविंग स्कीम में 7.10 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है. विशेष बात यह है कि ब्याज की राशि और मैच्योरिटी की रकम दोनों ही टैक्स फ्री होती है. पीपीएफ में सिर्फ 500 रूपए से निवेश किया जा सकता है.
अकांउट खुलवाने के बाद आपको हर वर्ष एक बार यह रकम जरूर देनी होगी. अधिकतम 1.5 लाख रूपये की रकम इस स्कीम के अंदर जमा की जाती है. 15 साल बाद आप इस राशि को निकाल सकते है. वर्तमान में यह स्कीम सबसे ज्यादा पॉपुलर है.
सुकन्या समृद्धि योजना
बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत खोली गई यह स्कीम छोटी बचत स्कीम है. बच्चियों के माता-पिता या कानूनी मॉं-बाप उनके अच्छे कल का सोचकर इसमें निवेश कर रहें हैं.
बेटी की न्यूनतम उम्र 10 वर्ष है तो आप उसके नाम से अकांउट खुलवा सकते हैं. बच्चियों की शिक्षा और उनकी शादी को बोझ ना माना जाए इसलिए 21 वर्ष का होते-होते जमा की गई राशि एक ब्याज के साथ सरकार उसे देती है.
1 हजार से लेकर 1 लाख 50000 की रकम इसमें रखी जा सकती है जो खाता खुलवाने से 14 साल तक की जाती है. 18 से 21 की उम्र के बीच लड़की की शादी हो जाने पर उसका अकांउट बंद हो जाता है और पैसा अभिभावक को मिल जाता है.
पोस्ट ऑफिस की ये सेविंग स्कीमें सभी को आकर्षित कर रहीं हैं. वजह है – बेहद कम या न्यूनतम डिपॉजिट, पैसे का सुरक्षित होना व अच्छा रिटर्न आदि. इन निवेश योजनाओं में निवेशक टैक्स छूट भी प्राप्त करते हैं. मनी सेविंग के इन आसान उपायों और आकर्षक स्कीमों के चलते ही डाकघर में निवेश की निरन्तरता बनी हुई है.