33.1 C
New Delhi
Monday, September 16, 2024
- Advertisement -spot_img

AUTHOR NAME

N Dilbag Singh

34 POSTS
0 COMMENTS

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: BSP की हार के संभावित कारण

BSP News: आजकल मीडिया, सोशल मीडिया और अखबार वाले एकतरफा विश्लेषण करके बसपा को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म करने की कोशिश कर रहे है....

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: दलितों की राजनीतिक समझ

2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले की बात है, एक दिन कुछ दोस्तों में ऱाजनीति पर बहस छिड़ी हुई थी, मुझे भी...

Opinion: मायावती और मुस्लिम वोटर्स

पिछले कुछ चुनावों की बात करें तो बसपा के पास युपी में 22 फीसदी दलितों के लगभग एकतरफा वोट हर हाल में आ रहे...

ओपिनियन: आकाश आनंद की चुनौतियां और समाधान

बहनजी ने आकाश आनंद जी को अपना उतराधिकारी घोषित किया है, तकरीबन बसपाइयों ने बहनजी के इस फैसले का स्वागत किया है. लेकिन, कुछ...

RS Praveen Kumar की लोकप्रियता का राज

तेलंगाना मे RS Praveen Kumar जी की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण ये भी है कि वो लगभग 10 साल तक TSWERIS (Telangana Social...

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: लोकतंत्र और जातितंत्र

अगर सरल भाषा में कहा जाये तो लोकतंत्र का मतलब एक ऐसी व्यवस्था जिसमें देश के सभी लोगों के लिए समानता, समता, स्वतंत्रता, प्रतिनिधित्व,...

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: मजबूत राजनीति मतलब सरकार में तवज्जो

जिस समाज या जाति की मजबूत राजनीति होती हैं, उसकी बातो को सरकार तव्वजो देती हैं. महाराष्ट्र में मराठा रिजर्वेशन के लिए मराठा लोग...

ओपिनियन: दलितों की स्वतंत्र राजनीति से दिक्कत क्यों?

Dalit Politics: दलितों की स्वतंत्र राजनीति किसी को भी नही जमती, ना सवर्णो को, ना पिछड़ों को और तो और दलित-आदिवासी समाज के बुद्धिजीवियों...

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: देश धर्म और जाति का वजूद

लोग कहते हैं कि धर्म इंसानियत सिखाता है लेकिन, इतिहास और वर्तमान दोनों गवाह हैं कि जब-जब लोगों ने धर्म-धर्म चिल्लाना शुरू किया तब-तब...

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: दलितों के राजनैतिक आन्दोलन की विफलता

देश में दलित आन्दोलन और दलित राजनीति की शुरूवात प्रभावी तरीके से 1927-28 से मानी जा सकती है. जब बाबासाहेब डॉ अम्बेड़कर के प्रयासों...

Latest news

- Advertisement -spot_img