राजस्थान: बहुजन समाज पार्टी ने अपने 6 विधायकों को चुनाव डालने पर रोक लगाने के लिए महामहिम राज्पाल और विधानसभा स्पीकर के नाम पत्र लिखा है. प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने आज ही इस पत्र को राज्यपाल और स्पीकर को सौंपकर बसपा के 6 दलबदलू विधायकों राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव में वोट डालने से रोकने की अपील की है.
बसपा ने 6 विधायकों पर सुप्रीम कोर्ट में केस फाइल किया है जिसका फैंसला अभी लंबित है. और राज्यपाल एवं स्पीकर के सामने भी यह मामला बसपा लेकर गई थी. जहां से असंतुष्ट होकर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया.
इस बार बसपा अपने विधायकों को कोई छूट नही देना चाहती है और आने वाले 2023 विधानसभा चुनावों के लिए भी साफ संदेश है कि जो विधायक भविष्य में यह संवैधानिक कार्य करेगा उसका हस्र भी यही होगा.
बसपा राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि,
बहुजन समाज पार्टी के सिंबल पर 2018 विधानसभा चुनाव में 6 विधायक चुनाव जीतकर आये थे उन्होने असंवैधानिक तरीके से बसपा का विलय कांग्रेस में कर दिया था जो कि पूरी तरह संविधान के विरुद्ध है. इन 6 विधायकों ने सरेआम दलबदल विरोधी विधेयक का उल्लंघन किया था, इन 6 विधायकों में श्री राजेंद्र गुढ़ा, लाखन सिंह, दीपचंद खेरिया, संदीप यादव, जोगेद्र सिं अवाना व वाजिब अली के खिलाप सुप्रीम कोर्ट में दलबदल विरोधी कानून के तहत मामला चल रहा है और शीघ्र ही उसका फैंसला होने वाला है. अत: आपसे अनुरोध है कि इन 6 विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोट डालने से रोका जाय क्योंकि पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि बसपा राज्यसभा चुनाव 2022 में किसी भी दल या निर्दलीय का समर्थन नही करेगी.
भगवान सिंह बाबा, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान
अगर, ऐसा होता है तो राजस्थान में कांग्रेस को अपना तीसरा सासंद जीताना बहुत ही टेडी खीर साबित होने वाला है. क्योंकि, अभी तक कांगेस इन 6 विधायकों को अपनी गणित में शामिल करके चल रही थी.