त्योहारों के सीजन में महंगाई ने आम आदमी को बुरी तरह पस्त कर दिया है. रसोई गैस, सरसों के तेल के बाद अब टमाटर और प्याज की ऊंची कीमतों ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है.देश में प्याज की खुदरा कीमतें औसतन 50-60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. वहीं, टमाटर की खुदरा कीमतें देश के अलग-अलग शहरों में 70 से 80 रुपए प्रति किलो हो गई हैं. पिछले एक सप्ताह में टमाटर की खुदरा कीमतें लगभग दोगुनी और प्याज की कीमतों में प्रति किलोग्राम पांच से 10 रुपए का इजाफा हुआ है. टमाटर के दाम तो पिछले एक महीने में 150 फीसदी तक बढ़ चुके हैं.
टमाटर और प्याज की कीमतों में आई बड़ी तेजी की वजह ईंधन की आसमान छूती कीमतें और महाराष्ट्र व कर्नाटक में भारी बरसात के कारण फसल को हुआ नुकसान है. सब्जियों के काम बढऩे से आने वाले त्योहारी सीजन में खरीदारी पर असर पड़ सकता है. महाराष्ट्र व कर्नाटक से टमाटर की नई फसल को आने में अभी देर है. ऐसे में महंगे टमाटर से राहत मिलता नहीं दिख रहा है.
परिवहन लागत… 18 से 20 फीसदी तक बढ़ी
डीजल महंगा होने से सब्जियों के परिवहन की लागत 18 से 20 फीसदी तक बढ़ गई है. पहले महाराष्ट्र से दिल्ली आने वाले टमाटर के एक कट्टे यानी 25 से 30 किलो के क्रेट पर 150 से 170 रुपए का खर्च आता था, जो अब बढ़कर 200 से 300 रुपए हो गया है. अमूमन यही हाल राजस्थान सहित अधिकतर राज्यों का है. मध्य प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र प्याज और टमाटर के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं, जहां से देशभर में इनकी सप्लाई होती है.
सरकार ने यह कदम उठाया
केंद्र सरकार ने कहा कि प्याज के दामों में स्थिरता लाने के लिए बफर स्टॉक जारी किया जा रहा है. आलू और टमाटर के दाम घटाने के भी प्रयास जारी हैं. केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वे 21 रुपए किलो के हिसाब से प्याज भंडारण केंद्रों से उठा सकते हैं, ताकि कीमतों पर काबू पा सकें.
सब्जियों के भाव में लगी आग…इतनी है खुदरा कीमत:
शहर – टमाटर- प्याज
दिल्ली -80-90- 50-60
मुंबई -60- 50
लखनऊ -60 -50
जयपुर -80 -50-60
भोपाल -50-55- 50
रायपुर -60 -50-55
(भाव प्रति किलो रुपए में)