BSP News: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा और उत्तरप्रदेश राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती बहनजी ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर प्रदेश के सियासी गलियारे में हड़कंप मचा दिया है. उन्होने 2027 चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. और ये भी इशारा कर दिया है कि वे किस पिच पर चुनावी जंग में उतरने वाली है.
बसपा अध्यक्षा ने दोपहर में मीडिया को सम्बोधित करते हुए परिवारवाद पर बड़ा हमला बोला और पार्टी के लिए ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करने वाले लोगों को आगे बढ़ाने की बात कहकर पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया है.
बकौल मायावती, “…बहुजन समाज के जो भी लोग अपनी पूरी ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करते हैं तो उन्हे पार्टी में जरूर आगे बढ़ने का मौका दिया जायेगा और इस मामले में, मेरे रिश्ते-नाते भी आड़े नही आयेंगे.”
परिवारवाद पर फिर बोला हमला
बहनजी इस समय काफी मुखर होकर परिवारवाद पर हमला कर रही है. वैसे भी इस आंदोलन में रिश्ते-नाते नगण्य है. बाबासाहेब से लेकर कांशीराम साहेब और अब बहनजी तक सबने परिवार को बहुजन समाज के हित में त्यागा है. इसलिए, बहनजी का परिवार के बारे में बयान देश के अन्य राजनीतिक दलों के लिए सबक है.
बहनजी कहती है,
“बीएसपी के संस्थापक व जन्मदाता मान्यवर श्री कांशीराम जी की जयंति को, होली व अन्य त्योहारों के कुच ही घंटे बाद दिनांक 15 मार्च को जिस अति-उत्साह व जोश के साथ मनाकर उनके अनुयायियों ने अपनी पार्टी को हर स्तर पर मजबूत बनाने का तथा उनकी एकमात्र उत्तराधिकारी व पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष का अपने पूरे तन, मन, धन से साथ देने का जो संकल्प लिया है तो उसने पार्टी को मजबूती देने के लिए मेरे हिम्मत व हौंसले को कई गुना ओर ज्यादा बढ़ा दिया है, जिसे मैं अभी तक की तरह, आगे भी अपने जीते-जी अपने व्यक्तिगत तथा भाई-बहिन व रिश्ते-नातों आदि के स्वार्थ में कभी भी कमजोर नहीं पड़ने दूँगी. वैसे भी मेरे भाई-बहिन व अन्य रिश्ते-नाते आदि मेरे लिए केवल बहुजन समाज का ही एक अंग है उसके सिवाय कुछ भी नहीं है.”
ईमानदार व निष्ठावान बहुजनों पर भरोसा
पार्टी में लगातार उठापठक का दौर जारी है. आए दिन पदाधिकारियों का निष्कासन कार्यकर्ताओं को संशय में डाल रहा है. इसलिए, बहनजी ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भरोसा बनाए रखने के लिए एक बड़ी बात कही है.
उन्होने कहा है;
“…पार्टी व मूवमेंट के हित में बहुजन समाज के जो भी लोग अपनी ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करते हैं तो उन्हें पार्टी में जरूर आगे बढ़ने का मौका दिया जायेगा और इस मामले में, मेरे रिश्ते-नाते भी आड़े नहीं आयेंगे.”
उनका ये बयान हर उस कार्यकर्ता के लिए संजीवनी है जिसका भरोसा शीर्ष नेतृत्व से उठ रहा था. बहनजी ने रिश्ते-नाते दरकिनार करते हुए हर बहुजन समाज के व्यक्ति के लिए दरवाजा खोलने का काम किया है. अब बारी बहुजन समाज की है वे इस मौके को कितना भुना पाते हैं और अपने हुनर, ईमानदारी व निष्ठा से मिशन के कितने काम आएंगे.