बसपा सुप्रीमो मायावती जी ने अडानी ग्रुप की वित्तिय अनियमित्ताओं पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाएं हैं. उन्होने आज तीन धड़ाधड़ ट्वीटकर इस मामले में सरकार को फटकार लगाई और आम जन कि गाढ़ी कमाई की सुरक्षा को लेकर सरकार से जवाब मांगा.
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, “देश में पिछले दो दिनों से गणतंत्र दिवस से ज्यादा प्रमुख अडानी उद्योग ग्रुप के सम्बंध में अमेरिकी फर्म हिण्डनबर्ग की आई निगेटिव रिपोर्ट व उसका शेयर बाजार पर व्यापक बुरा प्रभाव आदि काफी चर्चाओं में है. सरकार चुप है जबकि देश के करोड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई उससे जुड़ी हुई है.”
1. देश में पिछले दो दिनों से गणतंत्र दिवस से ज्यादा प्रमुख अदाणी उद्योग ग्रुप के सम्बंध में अमेरिकी फर्म हिण्डनबर्ग की आई निगेटिव रिपोर्ट व उसका शेयर बाजार पर व्यापक बुरा प्रभाव आदि काफी चर्चाओं में है। सरकार चुप है जबकि देश के करोड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई उससे जुड़ी हुई है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) January 28, 2023
उन्होने आगे जोड़ा, “शेयरों में धोखाधड़ी आदि के आरोपों के बाद अडानी की सम्पत्ति में 22.6 अरब डॉलर की कमी व उनके विश्व रैंकिंग घटने से ज्यादा लोग इससे चिंतित हैं कि सरकार ने ग्रुप में जो भारी निवेश कर रखा है उसका क्या होगा? अर्थव्यवस्था का क्या होगा? बेचैनी व चिंता स्वाभाविक. समाधान जरूरी.”
सरकार को फटकार लगाते हुए बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, “संसद के 31 जनवरी से शुरु हो रहे बजट सत्र के प्रारंभ में ही सरकार को इस मुद्दे पर विस्तार से स्वयं ही वक्तव्य सदन के दोनों सदन में रखना चाहिए ताकि पूरे देश में व खासकर अर्बन मिडिल क्लास परिवारों में आर्ठीक जगत तथा अडानी ग्रुप आदि को लेकर छाई बेचैनी व मायूसी थोड़ी कम हो सके.”
गौरतलब है कि अमेरिकी फर्म हिण्डनबर्ग ने करीब 2 साल की रिसर्च के बाद अडानी ग्रुप की वित्तिय अनियमितओं पर अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है. जिससे पूरी दुनिया में अडानी ग्रुप पर सवालिया निशान लग रहे हैं. उनकी संपत्ति पर भी बुरा असर हुआ है और वे अमीरों की सूची में नीचे फिसल गए हैं.