40.7 C
New Delhi
Sunday, April 20, 2025

विद्या संबल योजना में लागू होना चाहिए आरक्षण: बसपा प्रदेश अध्यक्ष

राजस्थान: बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने विद्या संबल योजना में आरक्षण की मांग करी है. उन्होने इस बाबत राजस्थान के मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम पत्र लिखकर सरकार को निर्देशित करने के लिए कहा है. बता दें राजस्थान में गेस्ट फैकल्टी के तहत अध्यापक भर्ती की जा रही है. जिसमें कोई आरक्षण के प्रावधान लागू नही किये गए हैं.

भगवान सिंह  बाबा ने अपने पत्र में लिखा, “विद्या संबल योजना में आरक्षण नियमों का पालन करवाने हेतु आपका ध्यान आकृष्ट कर निवेदन करना चाहुँगा कि निर्देशक माध्यमिक शिक्षा तथा निर्देशक प्रारम्भिक शिक्षा एवं पंचायती राज (प्रारम्भिम शिक्षा विभाग) राजस्थान, बीकानेर ने दिनांक 17.10.2022 को राजस्थान की माध्यमिक शिक्षा एवं प्रारंभिक शिक्षा विद्यालयों में विभिन्न पदों के भरने हेतु “विद्या संभल योजना” में व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यपाक, अध्यापक लेव-1 एवं लेवल-2, प्रयोगशाला सहायक, शारीरिक शिक्षक की रिक्तियाँ प्रकाशित की गई है. इन भर्तियों में आरक्षण नियमों को लागू नही किया गया है. भविष्य में इन भर्तियों में लिए गए आध्यपकों एवं कार्मिकों को सरकार नियमित कर देगी. विद्या संबल योजना के अंतर्गत आरक्षण नियमों की कड़ाई से पालना करवाने के निर्देश देने की अनुकम्पा करें. जिससे अनुसूचित जातियों/अनुसूचित जनजातियों तथा अन्य पिछड़ा वर्गों के हितों की सुरक्षा हो सके.”

बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा द्वारा लिखा पत्र

बता दें इस योजना के तहत होने वाली भर्ती का नोटिफिकेशन और शेड्यूल भी जारी हो चुका है. मगर, सरकार की तरफ से आरक्षण से सम्बंधित कोई दिशा-निर्देश इस संबंध में अभी तक नही आए है.

इसलिए, बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने अभ्यर्थियों के हितों की रक्षा करते हुए आज राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर विद्या संभल योजना के तहत होने वाली भर्ती में आरक्षण की मांग करी है.

Download Suchak App

खबरें अभी और भी हैं...

सपा की नीति और दलित-बहुजन समाज के प्रति उसका रवैया: एक गंभीर विश्लेषण

भारतीय सामाजिक संरचना में जातिवाद और सामाजिक असमानता ऐसी जटिल चुनौतियाँ हैं, जिन्होंने सदियों से समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर दलित-बहुजन समुदाय को हाशिए...

दलित राजनीति का हाशियाकरण : एक करुण गाथा

भारत की सामाजिक-राजनीतिक वीथियों में दलित नेतृत्व का हाशियाकरण एक ऐसी करुण गाथा है, जो हृदय को मथ डालती है। यह गाथा उन अनकहे...

राजनैतिक परिपक्वता का अभाव: बहुजन समाज की चुनौती

बहन जी पर टिप्पणियाँ: एक चालाक रणनीतिभारत के राजनीतिक परिदृश्य में बहुजन विरोधी दल और उनके नेता अक्सर अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए...

बसपा ने मनाया बाबासाहेब का जन्मोत्सव और पार्टी का स्थापना दिवस

खैरथल: बहुजन समाज पार्टी जिला खैरथल ईकाई ने राष्ट्रनिर्माता, विश्वविभूति बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेड़कर का 134वां जन्मोत्सव किशनगढ़ बास मौजूद होटल ब्लू मून में...

भटकाव का शिकार : महार, मुस्लिम और दलित की राजनीतिक दुर्दशा

स्वतंत्र महार राजनीति का अंत महाराष्ट्र में महार समुदाय, जो कभी अपनी स्वतंत्र राजनीतिक पहचान के लिए जाना जाता था, आज अपने मुद्दों से भटक...

वक्फ बिल से बहुजन समाज पार्टी सहमत नहीं: मायावती

Waqf Bill: 2 अप्रैल 2025 को संसद नीचले सदन यानि लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश किया गया. जिसे घंटों की चर्चा के बाद...

ओबीसी की वास्तविक स्थिति और उनकी राजनीतिक दिशा

ओबीसी समाज में लंबे समय से यह गलतफहमी फैलाई गई है कि वे समाज में ऊंचा स्थान रखते हैं, जबकि ऐतिहासिक और सामाजिक वास्तविकता...

भारत का लोकतंत्र और चुनावी सुधार: आनुपातिक प्रतिनिधित्व की आवश्यकता

प्रस्तावना: विविधता और जाति व्यवस्था भारत एक विविधतापूर्ण देश है, जहाँ अनेक भाषाएँ, धर्म और हजारों जातियाँ सह-अस्तित्व में हैं। यहाँ की सामाजिक व्यवस्था में...

राजनैतिक लाभ के लिए घिनौनी राजनीति कर रही सपा: मायावती

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी सुमन के विवादित बयान पर राजनीति चर्चा तूल पकड़ती जा रही है. इस मामले में अब बसपा की...

जज यशवंत वर्मा प्रकरण और नालसा की मणिपुर विजिट के बीच संभावित कनेक्शन

मार्च 2025 में भारतीय न्यायिक और राजनीतिक परिदृश्य में दो समानांतर घटनाएँ चर्चा में रहीं—दिल्ली उच्च न्यायालय के जज यशवंत वर्मा से जुड़ा विवाद...

सौगात बांटने के बजाय शिक्षा-रोजगार पर ध्यान दे सरकार: मायावती

रमजान के महिने में मुस्लिम समाज को रिझाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक नया पैंतरा चला है. सौगता-ए-मोदी के नाम पर 32...

दलित-पिछड़ा गठजोड़ और बसपा: 2027 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के संदर्भ में संभावित प्रभाव और भविष्य

बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) ने अपनी स्थापना से ही दलितों, पिछड़ों, और अन्य वंचित समुदायों के उत्थान और सशक्तिकरण को अपना प्रमुख लक्ष्य बनाया...