जन्म व प्रारम्भिक जीवन
महात्मा ज्योतिबा फुले भारत के महान व्यक्तित्वों में से एक हैं. ये एक समाज सुधारक, लेखक, दार्शनिक, विचारक, क्रांतिकारी के साथ अनन्य प्रतिभाओं के धनी थे. ज्योतिराव गोविंदराव फुले का जन्म 11 अप्रेल 1827 ई. को तत्कालिक ब्रिटिश भारत के खानवाडी (पुणे) में हुआ था. इनकी माता का नाम चिमनाबाई और पिता का नाम गोविंदराव था. इन्हें महात्मा फुले और ज्योतिबा फुले के नाम से भी जाना जाता है.
शिक्षा
ज्योतिबा फुले ने कुछ समय पहले तक मराठी में अध्ययन किया, बीच में पढ़ाई छूट गई और बाद में 21 वर्ष की उम्र में अंग्रेजी में सातवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की. ज्योतिबा फुले बहुत बद्धिमान थे. वर्ष 1841 में, फुले का दाखिला स्कॉटिश मिशनरी हाई स्कूल (पुणे) में हुआ. यहाँ उन्होने अपनी शिक्षा पूरी की.
वैवाहिक जीवन
इनका विवाह सन 1840 ई. में सावित्रीबाई फुले से हुआ. ये बाद में स्वयं एक प्रसिद्ध स्वयंसेवी महिला के रूप में सामने आयीं. स्त्री शिक्षा और दलितों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के अपने उद्देश्य में दोनों पति-पत्नी ने साथ मिलकर कार्य किया.
स्कूल की स्थापना
शिक्षा के क्षेत्र में औपचारिक रूप से कुछ करने के उद्देश्य से इन्होने सन 1848 ई में एक स्कूल खोला. स्त्री शिक्षा और उनकी दशा सुधारने के क्षेत्र में यह पहला कदम था.
सामाजिक कार्य व साहित्य
इन्होने दलितों व महिलाओं के लिए अनेक कार्य किये. 24 सितंबर 1873 ई को इन्होने महाराष्ट्र में सत्यशोधक समाज की स्थापना की. इन्होने समाज के सभी वर्गों के लिए शिक्षा प्रदान किये जाने की मुखालफत की. इन्होने जातिप्रथा को समाप्त करने के उद्देश्य से बिना पंडित के ही विवाह संस्कार प्रारंभ किया. इसके लिए बाम्बे हाई कोर्ट से मान्यता भी प्राप्त की. इन्होने बाल विवाह का विरोध किया. ये विधवा पुनर्विवाह के समर्थक थे. ये उच्च कोटि के लेखक भी थे. इनके द्वारा लिखी गयी प्रमुख पुस्तकें निम्नलिखित हैं – गुलामगिरी (1873), छत्रपति शिवाजी, अछूतों की कैफियत, किसान का कोड़ा, तृतीय रत्न, राजा भोसला का पखड़ा इत्यादि.
महात्मा की उपाधि
1873 ई में सत्य शोधक समाज की स्थापना के बाद इनके सामाजिक कार्यों की सराहना देशभर में होने लगी. इनकी समाज सेवा को देखते हुए मुम्बई की एक विशाल सभा में 11 मई 1888 ई को विट्टलराव कृष्णाजी ने इन्हें महात्मा की उपाधि से सम्मानित किया.
मृत्यु – इनकी मृत्यु 28 नवम्बर 1890 ई को 63 वर्ष की अवस्था में पुणे (महाराष्ट्र) में हो गयी.