30.1 C
New Delhi
Wednesday, October 22, 2025

एन दिलबाग सिंह का कॉलम: मीडिया की ताकत

2014 के बाद से देश की राजनीति में परिस्थितियाँ बहुत कुछ बदल चुकी है, कांग्रेस और वामपंथी जैसे सैकड़ों वर्ष पुराने जमे जमाएं राजनीतिक दल भी जड़ से हिल चुके हैं. बसपा जैसी पार्टी का अम्बेड़करवादी विचारधारा वाला वोटर तक बाबासाहब और मान्यवर द्वारा दिखाए रास्ते पर चलने मे कन्फयूज सा दिख रहा है. सपा बसपा जैसे बड़े दल गठबंधन करके भी बहुत कुछ नही हिला पाए. सपा अपने परिवार की 5 यादव बाहुल्य सीटों से आगे नही बढ़ पा रही. प्रधानमंत्री, मंत्री और उपप्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले जाट नेताओं के दल रालोद और इनैलो खाता तक खुलने के इंतजार मे है. ऐसे मे बसपा 10 लोकसभा सांसद जीतकर भी 2022 मे एक विधायक पर सिमट चुकी है. उत्तर भारत मे भाजपा के बाद बसपा के सबसे ज्यादा सांसद है, कांग्रेस तीसरे नम्बर पर और सपा चौथे नम्बर पर है.

यही हाल जब तक रहेंगा समोसे मे आलु, तब तक रहेगा बिहार मे लालु जैसी पार्टी राजद का बिहार मे कोई सांसद लोकसभा में महागठबंधन करके भी नही जीत पाया, क्या ये आश्चर्यजनक नही है? कांग्रेस का मजबूत गढ़ माने जाने वाले उत्तर पश्चिम भारत में भी तकरीबन राज्यों मे कांग्रेस लोकसभा मे खाता तक नही खोल पा रही, दहाई का आंकड़ा पार करना तो उनके लिए भी सपना बन चुका है. क्या आपको इन सभी बातों का कारण सिम्पल सा नजर आता है?

आज के दौर मे मीडिया+ सोशल मीडिया+ धर्म+ कॉरपोरेट सभी मिलकर चुनाव लड़ रहे है, जहाँ कोई विशेष पार्टी जनहित के मुद्दों पर वोट नही ले पा रही हों, वहाँ मीडिया और धर्म कोरपोरेट के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और सोशल मीडिया की आक्रामकता से वोट मिल रहे हैं. टीवी पर मुद्दे विहीन मुर्गों की लड़ाई मे आम जनता को मजा आ रहा है. इस दौर में लोगों को अपनी पार्टी की विचारधारा और नेताओं पर भरोसे को बचाये रखना जरूरी है, वरना मुर्गों की लड़ाई देखते-देखते सब मैदान खाली हो जायेंगे.

जब से टीवी न्यूज चैनलों ने खुलकर राजनीति करनी शुरू की है, तब से राजनीति के ऐजेंडे टीवी पर सेट होने लगे हैं, सरकारें टीवी वालों ने बनानी शुरू कर रखी हैं. साल भर पहले सर्वे दिखा-दिखाकर लोगों के दिमाग पर कब्जा कर लिया जाता है, आप माइंडवाश करवा कर खुश हो. सिम्पल शब्दों में कहुँ तो ये Trust Deficit यानि अपनी विचारधारा पर भरोसे की कमी से बाहर तभी आ सकते हो, जब आप इस बात को अच्छे से समझ लो कि टीवी अखबार लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ नही है बल्कि चुनाव जिताने की प्रचार सामग्री बन चुकी है, तब तक वही कहावत बार-बार सुनते रहिये कि मालिक की मालकिन पर बस चलती नही तो गधे के कान मरोड़े. यहाँ मालिक वोटर है, मालकिन टीवी अखबार है और गधे के रोल मे आपकी विचारधारा से मेल खाती पार्टी है जो सबसे ज्यादा पीड़ित भी है, दर्द में भी है.

Download Suchak App

खबरें अभी और भी हैं...

डीग में बसपा का संगठन समीक्षा एवं प्रशिक्षण शिविर, राजस्थान में मजबूती का संकल्प

डीग (भरतपुर), 30 सितंबर 2025 — बहुजन समाज पार्टी द्वारा आज विधानसभा स्तरीय संगठन समीक्षा एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नगर (डीग) में किया...

Opinion: समाजिक परिवर्तन के साहेब – मान्यवर कांशीराम

भारतीय समाज सहस्राब्दी से वर्ण व्यवस्था में बंटा है. लिखित इतिहास का कोई पन्ना उठा लें, आपको वर्ण मिल जायेगा. ‌चाहे वह वेद-पुराण हो...

बिहार चुनाव 2025: BSP की तैयारी पूरी समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण फैंसलें

बिहार चुनाव: आगामी कुछ महीनों में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने चुनावी रणनीति को अंतिम रूप...

एससी, एसटी और ओबीसी का उपवर्गीकरण- दस मिथकों का खुलासा

मिथक 1: उपवर्गीकरण केवल तभी लागू हो सकता है जब क्रीमी लेयर लागू हो उपवर्गीकरण और क्रीमी लेयर दो अलग अवधारणाएँ हैं. एक समूह स्तर...

130वें संविधान संशोधन बिल पर मायावती का तीखा हमला, कहा- “लोकतंत्र होगा कमज़ोर”

नई दिल्ली। संसद में कल भारी हंगामे के बीच केंद्र सरकार ने 130वाँ संविधान संशोधन बिल पेश किया. इस पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा)...

स्वतंत्र बहुजन राजनीति बनाम परतंत्र बहुजन राजनीति: प्रो विवेक कुमार

"स्वतंत्र बहुजन राजनीति" और "परतंत्र बहुजन राजनीति" पर प्रो विवेक कुमार का यह लेख भारत में दलित नेतृत्व की अनकही कहानी को उजागर करता...

मायावती ने अमेरिकी टैरिफ को बताया ‘विश्वासघाती’, संसद में चर्चा की मांग

Mayawati on Trump: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए भारी-भरकम 50 प्रतिशत टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया...

अमेरिका की आर्थिक सख्ती पर मायावती की दो टूक – “देशहित से कोई समझौता नहीं होना चाहिए”

Mayawati Big Statement on Trump Action: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री UP मायावती ने अमेरिका द्वारा भारत पर आयात...

संसद में उठा “सेक्युलरिज़्म” हटाने का मुद्दा, मायावती बोलीं – संविधान से छेड़छाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं!

नई दिल्ली: संसद में कानून मंत्री के बयान से देश की राजनीति में हलचल मच गई है. चर्चा गर्म है कि क्या सरकार संविधान...

संसद का मानसून सत्र 2025 शुरू: मायावती की सरकार-विपक्ष से एकजुटता की अपील

नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती बहनजी ने आज से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र 2025 को...

विश्वनाथ पाल ने दिया सपा को झटका, सैकड़ों मुस्लिम नेता बसपा में शामिल

यूपी: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और श्रावस्ती जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके मुखिया अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है. आज दिनांक...

घमासान तेज़: चंद्रशेखर ने भेजा 2.5 करोड़ का नोटिस, रोहिणी घावरी पर पलटवार

भीम आर्मी प्रमुख और आज़ाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में...